टीम इंडिया भले ही एशिया कप नही जीत पाई हो लेकिन एशिया कप के बाद से भारतीय टीम अपनी फॉर्म में आ गयी है। और भारतीय टीम अपने मिशन टी-20 विश्व कप 2022 के लिए ऑस्ट्रेलिया पहुंच चुकी है। भारतीय टीम को अपना पहला मैच अपनी जानी दुश्मन टीम पाकिस्तान से 23 अक्टूबर को खेलना है। यह मैच मेलबर्न में खेला जाएगा। इस मैच के टीम इंडिया पाकिस्तान को हराकर एशिया कप का बदला लेगी। खिलाड़ियों और फॉर्म पर नजर डालें तो इस बार टीम इंडिया खिताब की प्रबल दावेदार मानी जा रही है।
आईसीसी वर्ल्ड कप में भारतीय टीम ने दो बार वनडे वर्ल्डकप और एक बार टी20 वर्ल्ड कप का खिताब अपने नाम किया है। प्रथम विश्व कप 1983 में कपिल देव की कप्तानी में जीता गया था। इसके बाद 6 सीजन (1987, 1992, 1996, 1999, 2003 और 2007) तक भारतीय टीम खाली हाथ रही। हालांकि इसी बीच 2003 में सौरव गांगुली की कप्तानी में भारतीय टीम फाइनल में पहुंची, लेकिन फिर हार गई।
फिर टीम इंडिया ने 2011 में एकदिवसीय वर्ल्ड कप का खिताब अपने नाम किया। तब महेंद्र सिंह धोनी कप्तान थे और साल 1983 के बाद यह 7वां सीजन था। वहीं, माही की कप्तानी में भारतीय टीम ने 2007 में टी20 वर्ल्ड कप जीता था। अब उसके बाद यह सातवां सीजन है, जिसका आयोजन ऑस्ट्रेलिया में होने जा रहा है। इस बीच, छह सीज़न (2009, 2010, 2012, 2014, 2016, 2021) हो चुके हैं। ऐसे में एक बार फिर टीम इंडिया के लिए यह खिताब जीतना एक सुनहरा संयोग बनता जा रहा है। हालांकि इस बार होने वाले कुल टी20 वर्ल्डकप का यह 8वां सीजन है।
इस बार टीम इंडिया को ऑस्ट्रेलिया में टी20 वर्ल्ड कप शुरू होने से पहले दो अनाधिकारिक और दो आधिकारिक अभ्यास मैच खेलने हैं। सबसे पहले दोनों अनौपचारिक मैच पश्चिमी ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेले जाने हैं, जिसमें टीम इंडिया ने एक में जीत हासिल की है। जबकि दूसरा मैच आज 13 अक्टूबर खेला जाएगा।
इसके बाद भारतीय टीम को दो आधिकारिक अभ्यास मैच खेलने हैं। ये मैच क्रमश: 17 और 19 अक्टूबर को ऑस्ट्रेलिया एवं न्यूजीलैंड के खिलाफ होने हैं। यहां भी एक सुखद संयोग हो रहा है। आपको बता दें कि 2007 में जब टीम इंडिया ने टी20 वर्ल्ड कप जीता था तब भी भारतीय टीम ने केवल दो वॉर्म-अप मैच खेले थे। संयोग की बात है कि उस समय भी दोनों अभ्यास मैच ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के खिलाफ खेले गए थे।
साल 2007 में ऑस्ट्रेलिया ही था डिफेंडिंग चैम्पियन
साल 2007 में हुए वनडे वर्ल्ड कप मे ऑस्ट्रेलिया डिफेंडिंग चैंपियन था। इस बार वह टी20 वर्ल्ड कप के डिफेंडिंग चैंपियन हैं। ऐसे में इस बार भी यह एक सुखद संयोग बनता जा रहा है, जो इस बात का संकेत है कि इंडिया टीम इस बार चैंपियन बन सकती है।